Are You Fit Enough to Join IMA & OTA Chennai?

! अगर आपका सपना इंडियन मिलिट्री अकेडमी (IMA) या ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकेडमी (OTA) जॉइन करके भारतीय सेना में ऑफिसर बनने का है, तो आपको सिर्फ एक सपना देखने से ज्यादा मेहनत करनी होगी। भारतीय सेना में अधिकारी बनने के लिए आपको एक सख्त फिजिकल और मेंटल स्टैंडर्ड मेंटेन करना होगा।

आज हम आपको बताएंगे कि जब आप IMA और OTA में जॉइनिंग के लिए पहुंचते हैं, तो अकेडमी आपसे कौन-कौन से मिनिमम फिजिकल स्टैंडर्ड्स की उम्मीद करती है। अगर आप इस स्तर पर खरे नहीं उतरते, तो आपको अकेडमी छोड़नी पड़ सकती है या फिर जूनियर कोर्स में भेज दिया जाता है। तो चलिए जानते हैं, क्या आप फिजिकली और मेंटली तैयार हैं?


IMA और OTA – भारत की सबसे प्रतिष्ठित मिलिट्री ट्रेनिंग अकेडमी

इंडियन मिलिट्री अकेडमी (IMA) देहरादून और ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकेडमी (OTA) चेन्नई एवं गया भारतीय सेना की सबसे प्रतिष्ठित प्री-कमीशनिंग ट्रेनिंग अकेडमी हैं। यहां ट्रेनिंग इतनी कठिन होती है कि जो कैंडिडेट्स फिजिकली और मेंटली मजबूत नहीं होते, वे अकेडमी छोड़ने को मजबूर हो जाते हैं।

जिस दिन कोई कैडेट अकेडमी में कदम रखता है, उसकी सिविलियन लाइफ खत्म हो जाती है। यहां तक कि पहला दिन ही सबसे मुश्किल होता है, क्योंकि तभी से डिसिप्लिन मिलिट्री एनवायरमेंट में ढालने की प्रक्रिया शुरू हो जाती है।


कैडेट्स को जॉइनिंग से पहले ही फिजिकल स्टैंडर्ड्स के लिए तैयार किया जाता है

अकेडमी को अच्छी तरह पता होता है कि सिविलियन बैकग्राउंड से आने वाले कैंडिडेट्स के लिए मिलिट्री लाइफ अडॉप्ट करना आसान नहीं होता। इसलिए, हर सिलेक्टेड कैंडिडेट को जॉइनिंग से दो महीने पहले एक जॉइनिंग लेटर भेजा जाता है, जिसमें अकेडमी के मिनिमम फिजिकल स्टैंडर्ड्स का ज़िक्र होता है।

एनडीए (NDA) से आने वाले कैडेट्स पहले ही मिलिट्री लाइफस्टाइल में ढले होते हैं, इसलिए उनके लिए ट्रेनिंग अडॉप्ट करना आसान होता है।
सिविलियन बैकग्राउंड से आने वाले डायरेक्ट एंट्री कैडेट्स को तुरंत हाई फिजिकल और मेंटल स्टैंडर्ड्स के लिए तैयार होना पड़ता है।


IMA और OTA के फिजिकल स्टैंडर्ड्स क्या हैं?

1. ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकेडमी (OTA) चेन्नई

जेंटलमैन कैडेट्स के लिए:
2.4 किमी रन10 मिनट 30 सेकंड में पूरा करना होगा।
30 सेटअप्स
40 पुशअप्स
6 चिन-अप्स

लेडी कैडेट्स के लिए:
2.4 किमी रन13 मिनट में पूरा करना होगा।
25 सेटअप्स
15 पुशअप्स
2 चिन-अप्स

2. इंडियन मिलिट्री अकेडमी (IMA) देहरादून

5 किमी रन30 मिनट के अंदर पूरा करना होगा।
10-15 मिनट की स्किपिंग
30 सेटअप्स
30 पुशअप्स
4-6 चिन-अप्स
3-4 मीटर की रोप क्लाइंबिंग

इसके अलावा, स्विमिंग टेस्ट पास करना भी अनिवार्य है। अगर आपको स्विमिंग नहीं आती, तो जॉइनिंग से पहले इसे सीख लेना बेहतर रहेगा।


अकेडमी के अनऑफिशियल स्टैंडर्ड्स – असली परीक्षा!

यह तो थे ऑफिशियल स्टैंडर्ड्स, लेकिन असली परीक्षा अनऑफिशियल स्टैंडर्ड्स होते हैं! अकेडमी में फिजिकल टेस्ट के अलावा डिसिप्लिन और मेंटल स्ट्रेंथ को भी परखा जाता है। यहां कैडेट्स को कठिन ट्रेनिंग और अनऑफिशियल पनिशमेंट्स का सामना करना पड़ता है, जो उन्हें मेंटली और फिजिकली दोनों रूप से मजबूत बनाती हैं।

“जितना रगड़ा, उतना तगड़ा!” – यही सेना का उसूल है!


क्या आप ऑफिसर बनने के लिए तैयार हैं?

अगर आप इंडियन आर्मी में ऑफिसर बनने का सपना देखते हैं, तो आपको अभी से शारीरिक और मानसिक रूप से तैयार होना होगा। अगर आप एयरफोर्स अकेडमी (AFA) या इंडियन नेवल अकेडमी (INA) की ट्रेनिंग के बारे में भी जानना चाहते हैं, तो कमेंट में बताइए!

अगर यह जानकारी आपको पसंद आई, तो इसे अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें, जो सेना में जाने का सपना देखते हैं।

Hi im Rajani Singh. Helping veterans and ex-servicemen is a noble and impactful cause. These individuals have dedicated a significant portion of their lives to serving their country, often facing immense physical and emotional challenges. Supporting them as they transition back into civilian life can involve offering job opportunities, mental health care, housing, and community support. Many veterans struggle with post-traumatic stress disorder (PTSD) or physical disabilities, and ensuring they have access to quality healthcare and rehabilitation services is crucial. Educational programs and skill development initiatives can also help them reintegrate into the workforce. Moreover, creating a supportive and understanding community helps veterans regain a sense of belonging and purpose. By advocating for their needs, we honor their service and sacrifices, ensuring they receive the care and respect they deserve.

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