सीआईएसएफ की नई ट्रांसफर पॉलिसी: वर्क-लाइफ बैलेंस में बड़ा सुधार?

जहां एक तरफ पिछले कई सालों से केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) में खराब वर्क कल्चर और बढ़ते एट्रिशन रेट की रिपोर्ट्स सामने आ रही हैं, वहीं दूसरी तरफ CISF (सेंट्रल इंडस्ट्रियल सिक्योरिटी फोर्स) ने एक नई ट्रांसफर और पोस्टिंग पॉलिसी लागू कर दी है।

सीआईएसएफ का दावा है कि यह नई पॉलिसी उनके पर्सनल्स के लिए बेहतर वर्क-लाइफ बैलेंस सुनिश्चित करेगी। चूंकि यह फोर्स देश के महत्वपूर्ण इंफ्रास्ट्रक्चर और एसेट्स की सुरक्षा में लगी हुई है, इसलिए इसके जवानों के लिए यह बदलाव काफी मायने रखता है।

आइए विस्तार से जानते हैं कि सीआईएसएफ की नई ट्रांसफर पॉलिसी क्या है और यह जवानों के वर्क-लाइफ बैलेंस को सुधारने में कैसे मदद करेगी।


सीआईएसएफ की नई ट्रांसफर पॉलिसी: कौन होगा लाभार्थी?

CISF ने यह नई ट्रांसफर पॉलिसी अपने नॉन-गजेटेड ऑफिसर्स और जवानों के लिए लागू की है। यह पॉलिसी लगभग 1.94 लाख पर्सनल को लाभ पहुंचाएगी और ऑर्गेनाइजेशनल ट्रांसफर के लिए ट्रांसपेरेंट सिस्टम स्थापित करने का लक्ष्य रखती है।

इस पॉलिसी में कुछ मुख्य सुधार किए गए हैं, जो इस प्रकार हैं:
चॉइस-बेस्ड पोस्टिंग (कर्मचारियों की पसंद की लोकेशन)
घर के नजदीक पोस्टिंग (विशेष रूप से रिटायरमेंट के नजदीक आने वालों के लिए)
कपल्स को एक ही शहर में पोस्टिंग देने की सुविधा
पोस्टिंग ऑर्डर्स के लिए पहले से तय की गई समयसीमा


नई पॉलिसी के बड़े बदलाव: जवानों को कैसे होगा फायदा?

1️⃣ चॉइस-बेस्ड पोस्टिंग

  • पहली बार सीआईएसएफ के इतिहास में जवानों और नॉन-गजेटेड ऑफिसर्स को अपनी पसंद की पोस्टिंग का विकल्प दिया गया है।
  • हालांकि, यह सुविधा सिर्फ उन्हीं पर्सनल के लिए उपलब्ध होगी, जिन्होंने 10 साल की सेवा पूरी कर ली है।
  • 10 साल की सेवा पूरी करने के बाद, जवान अपनी 10 प्रेफर्ड लोकेशंस फोर्स हेडक्वार्टर्स को भेज सकते हैं।
  • हेडक्वार्टर्स सुनिश्चित करेगा कि इन्हीं लोकेशंस में से किसी एक पर ट्रांसफर हो।

2️⃣ रिटायरिंग जवानों को घर के पास पोस्टिंग

  • रिटायरमेंट से 2 साल पहले, जवान अपनी पसंद की 3 लोकेशंस का चयन कर सकते हैं।
  • हेडक्वार्टर्स इनमें से किसी एक लोकेशन पर ट्रांसफर करने की पूरी कोशिश करेगा।
  • इससे जवान रिटायरमेंट की बेहतर तैयारी कर सकेंगे और अपने परिवार के साथ अधिक समय बिता पाएंगे।

3️⃣ महिला कर्मियों के लिए विशेष प्रावधान

  • सीआईएसएफ में महिला कर्मियों की संख्या लगातार बढ़ रही है, इसलिए नई पॉलिसी में उनके लिए विशेष प्रावधान किए गए हैं।
  • महिलाओं को 6 साल की सेवा के बाद अपने पति की लोकेशन पर ट्रांसफर का अधिकार मिलेगा, चाहे उनका पति CISF में हो या किसी अन्य जॉब में।
  • वर्तमान में CISF में लगभग 5,800 कपल्स काम कर रहे हैं, जिससे यह नियम उनके लिए फायदेमंद साबित होगा।

4️⃣ पोस्टिंग के लिए निर्धारित समयसीमा

  • CISF ने ट्रांसफर और पोस्टिंग ऑर्डर्स के लिए एक निश्चित शेड्यूल तैयार किया है।
  • इससे पर्सनल्स और उनके परिवार पहले से अपनी प्लानिंग कर सकेंगे
  • खासतौर पर, बच्चों की शिक्षा और पारिवारिक जिम्मेदारियों को ध्यान में रखकर यह निर्णय लिया गया है।

CISF की नई पॉलिसी: वर्क कल्चर में कितना बदलाव लाएगी?

  • नई पॉलिसी पुराने 2017 फ्रेमवर्क को रिप्लेस करती है और ट्रांसफर प्रक्रिया को ज्यादा पारदर्शी बनाती है।
  • इसका मुख्य उद्देश्य पर्सनल्स को नई टेक्नोलॉजी और स्किल्स से अपडेट रखना है।
  • वर्क-लाइफ बैलेंस को ध्यान में रखते हुए इसे डिजाइन किया गया है।
  • इंस्पेक्टर रैंक और उससे नीचे के सभी जवानों के लिए यह पॉलिसी लागू होगी।
  • ऑफिसर्स के लिए नई ट्रांसफर पॉलिसी मार्च 2025 तक आ सकती है।

निष्कर्ष: क्या यह पॉलिसी जवानों के लिए फायदेमंद साबित होगी?

CISF की नई ट्रांसफर पॉलिसी न केवल जवानों को वर्क-लाइफ बैलेंस प्रदान करेगी, बल्कि उन्हें बेहतर भविष्य की तैयारी करने में भी मदद करेगी।

इस पॉलिसी के तहत:
10 साल की सेवा के बाद चॉइस-बेस्ड पोस्टिंग
रिटायरिंग पर्सनल को घर के पास पोस्टिंग
कपल्स को एक साथ पोस्टिंग की सुविधा
महिला कर्मियों के लिए विशेष नियम
पोस्टिंग के लिए पहले से तय की गई समयसीमा

यह बदलाव CISF के वर्क कल्चर में एक सकारात्मक बदलाव लाने का संकेत देते हैं। अब देखना यह होगा कि यह पॉलिसी जमीनी स्तर पर कितनी प्रभावी साबित होती है।

तो दोस्तों, आपको क्या लगता है?

क्या यह पॉलिसी CISF कर्मियों और उनके परिवारों के लिए एक बड़ा बदलाव लाने में सफल होगी?
अपनी राय नीचे कमेंट सेक्शन में जरूर बताएं!

Hi im Rajani Singh. Helping veterans and ex-servicemen is a noble and impactful cause. These individuals have dedicated a significant portion of their lives to serving their country, often facing immense physical and emotional challenges. Supporting them as they transition back into civilian life can involve offering job opportunities, mental health care, housing, and community support. Many veterans struggle with post-traumatic stress disorder (PTSD) or physical disabilities, and ensuring they have access to quality healthcare and rehabilitation services is crucial. Educational programs and skill development initiatives can also help them reintegrate into the workforce. Moreover, creating a supportive and understanding community helps veterans regain a sense of belonging and purpose. By advocating for their needs, we honor their service and sacrifices, ensuring they receive the care and respect they deserve.

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